Home लम्हों का शायर byIFA -November 13, 2024 मैं लम्हों का शायर हूंसिर्फ लम्हों में ही जीता हूंहो मदहोशी वाली महफ़िल फिर भीमैं मय से दूर ही रहता हूंकिस्से सुने हो लाख किसी केपर मुख से मौन मैं रहता हूंमैं लम्हों का शायर हूंसिर्फ लम्हों में ही जीता हूं