लम्हों का शायर

मैं लम्हों का शायर हूं

सिर्फ लम्हों में ही जीता हूं

हो मदहोशी वाली महफ़िल फिर भी

मैं मय से दूर ही रहता हूं

किस्से सुने हो लाख किसी के

पर मुख से मौन मैं रहता हूं

मैं लम्हों का शायर हूं

सिर्फ लम्हों में ही जीता हूं